इस साल 21 फरवरी को महाशिवरात्रि पर वर्षों बाद महासंयोग बन रहा है, जो साधना व सिद्धि के लिए खास है. पंडितों की मानें तो वर्ष 1903 में शनि और शुक्र के संयोग से ऐसा ही शैशव योग बना था. इस दिन ग्रहों के कारण बुधादित्य योग, सर्वार्थ सिद्घि योग, लक्ष्मीकारक योग आदि का निर्माण भी हो रहा है. इस दुर्लभ योग में शिव आराधना से सिद्घि प्राप्ति और दान-पुण्य का विशेष फल मिलता है.
महाशिवरात्रि के अवसर पर मुजफ्फरपुर के बाबा गरीनाथ मंदिर सहित उत्तर बिहार के अन्य मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ परती है. जलाभिषेक के लिए महाशिवरात्रि के सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में आने लगती है.
सरैयागंज टावर के अलावा पुरानी बाजार रोड से मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं की तांता लगा रहता है. बोल बम, हर हर महादेव व बाबा गरीबनाथ की जयजय कार से मंदिर व शिवालय गुंजता रहता है. गरीबनाथ मंदिर के अलावा मुक्तिनाथ मंदिर, देवी मंदिर, बंग्लामुखी मंदिर आदि मंदिरों में भी श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक करते है.
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वहीं शिवरात्री के पावन अवसर पर गोला रोड स्थित श्रीराम भजन बाजार, कमलबाग चौक व झपहां समेत कई मठ मंदिरों से झांकी निकलती है. भक्त शिव व अन्य देवी देवताओं का वेश धारण कर झांकी में शामिल होते है. शिवरात्री को लेकर शहर व मंदिरों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाती है. भीड़ को काबू में रखने के लिए बड़े पैमने पर बलों की तैनाती की जाती है.
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इस बार शिव बारात शोभा यात्रा में क्या होगा खास
महाशिवरात्रि पर शहर में धूमधाम से शिव बारात शोभा यात्रा निकाली जाती है. गाेला रोड स्थित श्रीराम भजन बाजार अाश्रम से इस बार लगातार 50वें वर्ष शिव बारात शाेभा यात्रा निकलेगी. जिसमें एक दर्जन रथ पर विभिन्न देवी-देवताअाें की सजीव झांकी आकर्षण का केंद्र होगी. बारात में शिव के गण के रूप में भूत-पिशाच अादि शामिल हाेंगे. शाेभा यात्रा के संयाेजक केदारनाथ प्रसाद ने बताया कि इस बार स्वर्ण जयंती वर्ष पर 11 फीट ऊंचे गाेलाकार रथ पर भगवान शिव की माैरी विराजमान रहेगी, जाे श्रद्धालुअाें के लिए विशेष दर्शनीय हाेगी. शाेभा यात्रा श्रीराम भजन बाजार अाश्रम से निकलकर गाेला दुर्गा स्थान, ब्राह्मण टाेली, साेनारपट्टी, पुरानी बाजार, छाेटी कल्याणी, हरिसभा चाैक, बड़ी कल्याणी, माेतीझील, पुरानी धर्मशाला, इस्लामपुर, सूतापट्टी, सरैयागंज, छाता बाजार के रास्ते बाबा गरीबनाथ मंदिर पहुंचेगी. शाेभा यात्रा के रास्ते में 108 जगहाें पर ताेरणद्वार बनाया गया है. जहां श्रद्धालु शाेभा यात्रा पर फूलाें की बारिश करेंगे.
महाशिवरात्रि शाेभा यात्रा से पूर्व गुरुवार काे बाबा गरीबनाथ मंदिर में विधि-विधान के साथ भगवान शिव का मड़वा पूजन कर भाेग लगाया गया. वहीं साज-बाज व शंख ध्वनि के बीच बाबा की अारती की गई.
महाशिवरात्रि पर सुबह 4 बजे से लगातार शनिवार की दाेपहर तक बाबा गरीबनाथ का पट खुला रहेगा. बाबा गरीबनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी पं. विनय पाठक ने बताया कि अाम श्रद्धालुअाें के लिए मंदिर का पट शिवरात्रि के दिन सुबह 4 बजे से लगातार शनिवार की दाेपहर तक खुला रहेगा. वहीं, रात्रि 10 बजे फूलाें व फलाें से महाशृंगार किया जाएगा.
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